तेरे पास भी कम नहीं, मेरे पास भी बहुत हैं
ये परेशानियाँ आजकल फुरसत में बहुत हैं
अब जो मेरे न हो सको तो कुछ ऐसा कर देना
मैं जैसा पहले था मुझे फिर से वैसा कर देना
हीरों की बस्ती में हमने कांच ही कांच बटोरे हैं
कितने लिखे फ़साने फिर भी सारे कागज़ कोरे है
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Keep it concise